नौजवानों के सवाल
क्या इश्कबाज़ी बस मज़ाक है?
इश्कबाज़ी का क्या मतलब है?
कुछ लोग कहते हैं कि इश्कबाज़ी का मतलब है, अपनी बातों या अपने व्यवहार से विपरीत लिंग के व्यक्ति को जताना कि आपको उसमें दिलचस्पी है। क्या इसमें कोई बुराई है? हर वक्त नहीं। ऐन का कहना है, “अगर आप जीवन-साथी की तलाश कर रहे हैं और आपको कोई अच्छा लगता है, तो इश्कबाज़ी के बिना आप कैसे पता लगाएँगे कि वह भी आपको पसंद करता है या नहीं।”
लेकिन इस लेख में हम यह चर्चा करेंगे कि जब एक व्यक्ति शादी का इरादा न होने पर किसी से इश्कबाज़ी करता है, तब उसके क्या अंजाम हो सकते हैं।
“जब आप किसी को अपना जीवन-साथी बनाने के बारे में सोच रहे हैं, तब तो उस पर खास ध्यान देना ठीक होगा। लेकिन अगर ऐसा नहीं है, तब किसी के मन में इच्छा जगाना और एक दिन उसे मना कर देना, ठीक नहीं होगा।”—डीएना।
कुछ लोग इश्कबाज़ी क्यों करते हैं?
कुछ लोग अपना आत्म-विश्वास बढ़ाने के लिए ऐसा करते हैं। हेली नाम की लड़की कहती है, “कुछ लोग जानते हैं कि लोग उन पर आसानी से फिदा हो जाते हैं, इसलिए वे चाहते हैं कि लोग उन पर और भी ध्यान दें।”
लेकिन अगर आप जान-बूझकर किसी को यह जताते हैं कि आपको उसमें दिलचस्पी है, जबकि असल में ऐसा नहीं है, तो आप उसके जज़बातों से खिलवाड़ कर रहे होते हैं। इस तरह लोग आप पर ही सवाल खड़े करेंगे। पवित्र शास्त्र बाइबल में लिखा है कि जिसमें समझ नहीं है वही इस तरह के मूर्खता के काम करके खुशी पाता है।—नीतिवचन 15:21.
हेली ठीक ही कहती है, “शुरू में शायद इश्कबाज़ी गलत न लगे, लेकिन इसके अंजाम अकसर बुरे ही होते हैं।”
इश्कबाज़ी के क्या अंजाम हो सकते हैं?
इश्कबाज़ी करने से आपका नाम खराब हो सकता है।
“जो इश्कबाज़ी करता है, उसमें असल में आत्म-विश्वास की कमी होती है और वह नासमझ होता है। आपको पता चल जाता है कि उसे आपमें कोई दिलचस्पी नहीं है, वह बस आपका नाजायज़ फायदा उठाना चाहती है।”—जैरमी।
बाइबल कहती है, ‘प्यार सिर्फ अपने फायदे की नहीं सोचता।’—1 कुरिंथियों 13:4, 5.
ज़रा सोचिए: आपकी किन बातों या कामों से लोग आपको इश्कबाज़ समझने लग सकते हैं?
आप जिसके साथ इश्कबाज़ी करते हैं, उसका आप दिल दुखाते हैं।
“अगर मैं किसी ऐसे व्यक्ति से मिलती हूँ, जो इश्कबाज़ी करता रहता है, तो उसके आस-पास रहने का मेरा मन ही नहीं करता। ऐसा लगता है कि वह मुझसे सिर्फ इसलिए बात करता है कि मैं एक लड़की हूँ। जो लोग इश्कबाज़ी करते हैं, उन्हें मेरी कोई फिक्र नहीं होती, वे बस अपने आपको खुश करना चाहते हैं।”—जैकलिन।
बाइबल में लिखा है, “हर कोई अपने फायदे की नहीं बल्कि दूसरे के फायदे की सोचता रहे।”—1 कुरिंथियों 10:24.
ज़रा सोचिए: क्या कभी आपको किसी व्यक्ति की हरकतों से लगा है कि उसे आपमें दिलचस्पी है, जबकि हकीकत में ऐसा नहीं था? अगर हाँ, तो आपको बाद में कैसा लगा? आप दूसरों को यह दुख पहुँचाने से कैसे बच सकते हैं?
इश्कबाज़ी करने से आपके लिए सच्चा प्यार पाना मुश्किल हो सकता है।
“इश्कबाज़ी करनेवाले से शादी करने, यहाँ तक कि डेटिंग करने की सोचना भी नहीं चाहिए। अगर कोई बस यह नाटक कर रहा है कि उसे मुझमें दिलचस्पी है, तो मैं उसे कैसे जान सकती हूँ, कैसे उस पर भरोसा कर सकती हूँ?”—ओलिवीआ।
पवित्र शास्त्र बाइबल में दाविद ने कहा, ‘मैं असलियत छिपानेवालों से दूर रहता हूँ।’—भजन 26:4.
ज़रा सोचिए: जो इश्कबाज़ी करता है, वह किस तरह के व्यक्ति को पसंद आएगा? क्या आप चाहेंगे कि एक इश्कबाज़ आपमें दिलचस्पी ले?