एक-दूसरे को माफ करें
1. हाँ, इरादे नेक थे तुम्हारे
थे भलाई के ही वो सारे।
पर चुभती बातें तोड़ दें ये दिल
फिर जब ये आँखें होतीं नम
समझूँ मैं तुम्हारा गम।
(कोरस)
इससे पहले कि दिन ढल जाए,
आओ हम ये दूरियाँ मिटाएँ,
छोड़ें हम वो बीती बात बढ़ जाएँ आगे।
प्यार न हो कम,
बहनें हैं हम।
2. संग चलना होता है मुश्किल,
कड़वी बातों पे रो जाता है दिल।
पर उनमें जब ढूँढ़ो भलाई तुम,
समझोगे जो भी हो गलती
माफ करना है सही।
(कोरस)
इससे पहले कि दिन ढल जाए,
आओ हम ये दूरियाँ मिटाएँ,
छोड़ें हम वो बीती बात बढ़ जाएँ आगे।
प्यार न हो कम,
भाई हैं हम।
(खास पंक्तियाँ)
जीवन में, जो भी हो, अपनी ये दोस्ती बनी रहे सदा।
कर देंगे माफ, दिलों को कर साफ
ऐसी होती सच्ची यारी।
(कोरस)
इससे पहले कि दिन ढल जाए,
आओ हम ये दूरियाँ मिटाएँ,
छोड़ें हम वो बीती बात बढ़ जाएँ आगे।
दिल में हो बात, तो हो शुरूआत।
प्यार से बँधें,
करें खताओं को माफ।