26 मई–1 जून
नीतिवचन 15
गीत 102 और प्रार्थना | सभा की एक झलक (1 मि.)
1. दूसरों में खुशियाँ बाँटिए
(10 मि.)
जब हमारे भाई-बहन बड़ी-बड़ी मुश्किलों से गुज़रते हैं, तो शायद उन्हें लगे कि सारे दिन बुरे ही थे (नीत 15:15)
मुश्किलों से गुज़रनेवाले भाई-बहनों को मेहमान-नवाज़ी दिखाइए (नीत 15:17; प्र10 11/15 पेज 31 पै 16)
एक अच्छी मुस्कान देकर और हिम्मत बढ़ानेवाले दो शब्द कहकर भी हम उनका काफी हौसला बढ़ा सकते हैं (नीत 15:23, 30; प्र18.04 पेज 23-24 पै 16-18)
खुद से पूछिए, ‘मेरी मंडली में ऐसा कौन है जो मुश्किलों से गुज़र रहा है? उसका हौसला बढ़ाने के लिए मैं क्या कर सकता हूँ?’
2. ढूँढ़ें अनमोल रत्न
(10 मि.)
नीत 15:22—इस सिद्धांत की मदद से मैं इलाज के मामले में कैसे सही फैसले ले सकता हूँ? (पवित्र शास्त्र से जवाब जानिए 39 पै 3, अँग्रेज़ी)
इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय है, उसमें आपको क्या-क्या रत्न मिले?
3. पढ़ने के लिए आयतें
(4 मि.) नीत 15:1-21 (जी-जान गुण 2)
4. बातचीत शुरू करना
(3 मि.) घर-घर का प्रचार। (प्यार पाठ 1 मुद्दा 5)
5. बातचीत शुरू करना
(4 मि.) मौका ढूँढ़कर गवाही देना। सामनेवाले से पूछिए कि क्या वह बाइबल अध्ययन करना चाहता है। (प्यार पाठ 2 मुद्दा 4)
6. बाइबल अध्ययन चलाना
(5 मि.) अपने विद्यार्थी को हौसला दीजिए, जो परिवार से आनेवाले विरोध का सामना कर रहा है। (जी-जान गुण 4)
गीत 155
7. मुश्किलों के बावजूद हम खुश रह सकते हैं
(15 मि.) चर्चा।
संकट, भूख और नंगेपन के बावजूद हम खुश रह सकते हैं वीडियो दिखाइए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए:
इन भाई-बहनों के अनुभव से आपने क्या सीखा?
8. मंडली का बाइबल अध्ययन
(30 मि.) गवाही दो अध्या. 27 पै 1-9