हमारे बुज़ुर्ग भाई-बहन खज़ाने के भंडार हैं
जब बुज़ुर्ग भाई-बहन हमें बताते हैं कि इन आखिरी दिनों में कैसे उन्होंने यहोवा को ‘आश्चर्य के काम’ करते देखा है, तो यहोवा और उसके वादों पर हमारा विश्वास मज़बूत होता है। (भज 71:17, 18) अगर आपकी मंडली में ऐसे प्यारे भाई-बहन हैं, तो उनसे पूछिए:
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यहोवा ने कैसे मुश्किलों के बावजूद उसकी सेवा करते रहने में आपकी मदद की है?
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प्रचारकों की बढ़ती गिनती देखकर आपको कैसा लगता है?
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जब बाइबल की किसी सच्चाई की और खुलकर समझ मिली, तो आपको कैसा लगा?
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यहोवा के संगठन में हुए सुधार के बारे में आप कैसा महसूस करते हैं?