15-21 जून
उत्पत्ति 48-50
गीत 30 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (1 मि.)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“हमारे बुज़ुर्ग भाई-बहन खज़ाने के भंडार हैं”: (10 मि.)
उत 48:21, 22—याकूब ने अपना विश्वास ज़ाहिर किया कि यहोवा के लोग कनान में ज़रूर रहेंगे (इंसाइट-1 पेज 1246 पै 8)
उत 49:1—याकूब ने अपनी मौत से पहले जो भविष्यवाणी की, उससे पता चलता है कि उसका विश्वास मज़बूत था (इंसाइट-2 पेज 206 पै 1)
उत 50:24, 25—यूसुफ ने यहोवा के वादों पर अपना विश्वास ज़ाहिर किया (प्र07 6/1 पेज 28 पै 10)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)
उत 49:19—याकूब ने गाद के बारे में जो भविष्यवाणी की थी, वह कैसे पूरी हुई? (प्र04 6/1 पेज 15 पै 4-5)
उत 49:27—बिन्यामीन के बारे में याकूब की भविष्यवाणी कैसे पूरी हुई? (इंसाइट-1 पेज 289 पै 2)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या कम) उत 49:8-26 (जी-जान गुण 5)
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
वापसी भेंट का वीडियो: (5 मि.) चर्चा। वीडियो दिखाइए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए: इन दो प्रचारकों ने कैसे साथ मिलकर गवाही दी? उनकी तरह हम भी कैसे यकीन के साथ बात कर सकते हैं?
वापसी भेंट: (3 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। बातचीत में आनेवाली एक आम रुकावट पार कीजिए। (जी-जान गुण 6)
वापसी भेंट: (5 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। फिर सिखाती है किताब दीजिए और अध्याय 9 से बाइबल अध्ययन शुरू कीजिए। (जी-जान गुण 16)
जीएँ मसीहियों की तरह
“हम अनुभवी मसीहियों से क्या सीख सकते हैं?”: (15 मि.) चर्चा। पाबंदी के बावजूद एकता बनाए रखिए वीडियो दिखाइए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) बच्चों को सिखाइए कहानी 10 और 11
समाप्ति के चंद शब्द (3 मि. या कम)
गीत 89 और प्रार्थना