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थिस्सलुनीकियों के नाम दूसरी चिट्ठी

अध्याय

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सारांश

  • 1

    • नमस्कार (1, 2)

    • थिस्सलुनीकियों का बढ़ता विश्‍वास (3-5)

    • आज्ञा न माननेवालों से बदला लिया जाएगा (6-10)

    • मंडली के लिए प्रार्थना (11, 12)

  • 2

    • पापी (1-12)

    • मज़बूत बने रहने का बढ़ावा (13-17)

  • 3

    • प्रार्थना करते रहो (1-5)

    • बेकायदा चलनेवालों से खबरदार (6-15)

    • आखिर में नमस्कार (16-18)