कठिन समय आज
कठिन समय आज
बाइबल में पहले से बताया गया था कि इंसानों को “कठिन समय” का सामना करना पड़ेगा। वह इसे ‘अन्तिम दिन’ भी कहती है। (2 तीमुथियुस 3:1-5; 2 पतरस 3:3-7) जब यीशु के चेलों ने उससे “जगत के अन्त” के बारे में पूछा, तब उसने इसी समय के बारे में बताया। (मत्ती 24:3) क्या हम आज उन्हीं अंतिम दिनों में जी रहे हैं? हाल की रिपोर्टों में जो बातें कही गयी हैं, वे बाइबल की भविष्यवाणियों से कैसे मेल खाती हैं, इस बारे में जाँचिए और खुद ही फैसला कीजिए।
बाइबल की भविष्यवाणी: विश्व युद्ध—लूका 21:10; प्रकाशितवाक्य 6:4.
हाल की रिपोर्ट: “पहली सदी से लेकर 19वीं सदी के आखिर तक हुए युद्धों में कुल मिलाकर जितने
लोग मारे गए, उसके तीन गुना से भी ज़्यादा लोग सिर्फ 20वीं सदी के युद्धों में मारे गए।”—वर्ल्डवॉच इंस्टिट्यूट।बाइबल की भविष्यवाणी: अकाल और महामारियाँ—लूका 21:11; प्रकाशितवाक्य 6:5-8.
हाल की रिपोर्ट: सन् 2003 में लगभग 85.6 करोड़ लोगों को भरपेट खाना नहीं मिला, मगर सन् 2004 में इनकी संख्या बढ़कर 86.3 करोड़ हो गयी।—संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन।
लगभग एक अरब लोग झोपड़-पट्टियों में रहते हैं; 2.6 अरब लोगों के पास साफ-सफाई का सही इंतज़ाम नहीं है; 1.1 अरब लोगों के पास पीने का साफ पानी नहीं है।—वर्ल्डवॉच इंस्टिट्यूट।
पचास करोड़ लोग मलेरिया से पीड़ित हैं; 4 करोड़ लोग एच.आई.वी-एड्स के शिकार हैं और सन् 2005 में तपेदिक ने 16 लाख लोगों की जान ले ली।—विश्व स्वास्थ्य संगठन।
बाइबल की भविष्यवाणी: धरती का बिगाड़ा जाना—प्रकाशितवाक्य 11:18.
हाल की रिपोर्ट: “इंसानों की हरकतों की वजह से कई प्रजाति के जानवर और पेड़-पौधे खत्म होने की कगार पर आ गए हैं।” “धरती पर जीवन को कायम रखने के लिए हमें पर्यावरण से जो फायदे मिलते थे, उसमें दो-तिहाई की गिरावट आयी है।”—मिलेनियम इकोसिस्टम असेस्मेंट।
“इंसान की बनायी ग्रीन हाउस गैसों ने जलवायु पर इतना बुरा असर किया है कि धरती पर इसका भयानक अंजाम हो सकता है।”—नासा, गॉड्डार्ड इंस्टिट्यूट फॉर स्पेस स्टडीज़।
बाइबल की भविष्यवाणी: पूरी धरती पर परमेश्वर के राज्य के सुसमाचार का प्रचार—मत्ती 24:14; प्रकाशितवाक्य 14:6, 7.
हाल की रिपोर्ट: सन् 2007 में 69,57,854 यहोवा के साक्षियों ने 236 देशों में सुसमाचार के प्रचार में 1.4 अरब से भी ज़्यादा घंटे बिताए।—सन् 2008 की यहोवा के साक्षियों की इयरबुक (अँग्रेज़ी)।
जैसा कि अभी हमने देखा, बाइबल भविष्यवाणी करती है कि सारी बुरी खबरों के बावजूद, हमारे पास आशा रखने की वजह है। यीशु ने परमेश्वर के राज्य के “सुसमाचार” के बारे में बताया। लेकिन परमेश्वर का राज्य क्या है? यह कैसे मानवजाति को एक बेहतर भविष्य की आशा देता है? और परमेश्वर का राज्य आप पर कैसे असर करेगा? (w08 8/1)
[पेज 5 पर बड़े अक्षरों में लेख की खास बात]
हम दुनिया की जो हालत देखते हैं, बाइबल में उसके बारे में पहले से बताया गया था