वह कैफा के परिवार से थी
पुरातत्वज्ञानियों की खोज से कई बार इस बात का सबूत मिला है कि बाइबल का एक किरदार वाकई इस धरती पर जीया था। कभी-कभी खोज की हुई चीज़ पर लिखा होता है कि वह बाइबल के फलाँ किरदार की थी तो कभी यह कि वह किसी ऐसे व्यक्ति की थी जिसका बाइबल के किरदार से कोई नाता था। मिसाल के लिए, 2011 में कुछ इसराएली विद्वानों ने एक ऐसी पुरातत्व-खोज के बारे में जानकारी छापी जिससे इस नतीजे पर पहुँचा जा सकता है कि बाइबल का एक किरदार वजूद में था। यह 2,000 साल पुरानी एक चूने-पत्थर की बनी अस्थि-पेटी थी, जिस पर नक्काशी की गयी थी। अस्थि-पेटियों में लाश के सड़ जाने पर उसकी हड्डियाँ रखी जाती थीं।
इस अस्थि-पेटी पर यह खुदा हुआ था, “बेत इम्री से माज्याह के याजाक, कैफा के बेटे येशुआ की बेटी मिरियम।” कैफा वह यहूदी महा-याजक था जिसने यीशु के मुकदमे की सुनवाई की और उसे मुजरिम करार दिया था। (यूह. 11:48-50) इतिहासकार फ्लेवियस जोसीफस ने उसका इस तरह ज़िक्र किया, “यूसुफ, जो कैफा भी कहलाता था।” ऐसा लगता है कि यह अस्थि-पेटी उसके किसी रिश्तेदार की थी। माना जाता है कि कुछ समय पहले जो अस्थि-पेटी मिली थी वह महा-याजक की थी। उस पर खुदा हुआ था, येहॉसेफ बार काइफा या कैफा का बेटा यूसुफ। * इसलिए हम कह सकते हैं कि मिरियम कैफा के खानदान से थी।
इसराएल ऐंटिक्विटीज़ अथॉरिटी के ज़रिए दी गयी जानकारी के मुताबिक मिरियम की अस्थि-पेटी चोरों से बरामद की गयी थी, जो उन्होंने एक पुरानी कब्र से लूटी थी। इस अस्थि-पेटी की और उस पर खुदे शब्दों की जाँच करने से यह बात पुख्ता हो जाती है कि वह मिरियम की ही है।
इस अस्थि-पेटी से हमें एक और बात पता चलती है। इसमें “माज्याह” का ज़िक्र किया गया है, जो याजकों का चौबीसवाँ दल था। यह दल बारी-बारी से यरूशलेम के मंदिर में सेवा करता था। (1 इति. 24:18) इसराएल ऐंटिक्विटीज़ अथॉरिटी के मुताबिक इस अस्थि-पेटी पर पाए जानेवाले शब्द ज़ाहिर करते हैं कि “कैफा परिवार माज्याह दल का था।”
उस पेटी पर बेत इम्री का भी ज़िक्र है। इससे दो मतलब निकल सकते हैं। ‘पहला, बेत इम्री शायद एक याजक परिवार का नाम था, जिस परिवार के लोग इम्मेर की संतान थे। (एज्रा 2:36-37; नहेमायाह 7:39-42) और इनके कुछ वंशज माज्याह दल के सदस्य थे। दूसरा, हो सकता है [बेत इम्री] मिरियम या उसके पूरे परिवार का जन्म-स्थान हो।’ (इसराएल ऐंटिक्विटीज़ अथॉरिटी) कुछ भी हो, मिरियम की अस्थि-पेटी इस बात का सबूत है कि बाइबल ऐसे लोगों की बात करती है जो वाकई इस धरती पर जीए थे और जिनके परिवार भी सच में थे।
^ कैफा की अस्थि-पेटी के बारे में जानने के लिए, 15 जनवरी, 2006 की प्रहरीदुर्ग के पेज 10-13 पर दिया लेख “वह महायाजक जिसने यीशु को मुजरिम करार दिया” देखिए।