प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण नवंबर 2010 जवानो—परमेश्वर के वचन के मार्गदर्शन में चलो जवानो—साथियों के दबाव का विरोध करो जवानो—आप अपनी ज़िंदगी में क्या करना चाहते हैं? यहोवा दुखी मनवालों की गुहार सुनता है आओ ‘यहोवा के लिए भेंट’ ले जाएँ पाठकों के प्रश्न ‘उन्होंने जो कुछ किया उसका लेखा उनके साथ गया’ यहोवा हमारा परमप्रधान है! हम खराई से चलते रहेंगे! प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण नवंबर 2010 प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण नवंबर 2010 हिंदी प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण नवंबर 2010 https://assetsnffrgf-a.akamaihd.net/assets/ct/e8b2bff3b7/images/cvr_placeholder.jpg