क्या आपने बाइबल अध्ययन के लिए समय अलग रखा है?
क्या आपने बाइबल अध्ययन के लिए समय अलग रखा है?
पिछले साल शासी निकाय ने मंडली की सभाओं के कार्यक्रम में फेरबदल की घोषणा की थी, जिसकी वजह से परिवारों को मिलकर बाइबल अध्ययन और उस पर चर्चा करने का और ज़्यादा समय मिल सका है। अगर आप परिवार के मुखिया हैं तो इस बात का ध्यान रखिए कि आप अपनी पत्नी और बच्चों के साथ नियमित तौर पर बाइबल अध्ययन करें जिससे सभी को फायदा हो। शादीशुदा जोड़े जिनके बच्चे नहीं हैं वे इस समय साथ मिलकर बाइबल अध्ययन कर सकते हैं। अविवाहित भाई-बहन इस समय को निजी बाइबल अध्ययन में लगा सकते हैं।
बहुत-से भाई-बहनों ने पारिवारिक उपासना की शाम के इंतज़ाम के लिए अपनी कदरदानी ज़ाहिर की है। उदाहरण के लिए, केविन नाम के एक प्राचीन ने लिखा: “हम मंडली के लोग इस इंतज़ाम के लिए कितने एहसानमंद हैं, उसे सिर्फ ‘धन्यवाद’ कहकर ज़ाहिर करना मुश्किल है। हम प्राचीनों ने आपस में मिलकर बात की है कि हम शासी निकाय के निर्देशन के मुताबिक वह शाम अपने परिवारों के साथ अध्ययन करने में बिताएँगे।”
जोडी नाम की मसीही बहन का पति एक प्राचीन है। वह कहती है: “हमारी तीन बेटियाँ हैं जिनकी उम्र 15, 11, और 2 साल है। हाल ही में हमने साइन लैंग्वेज मंडली में जाना शुरू किया। सभी सभाओं की तैयारी करने में बहुत समय और मेहनत लगती है। लेकिन अब इस फेरबदल की वजह से हमें एक और शाम मिलती है, जिसमें हम सिर्फ पारिवारिक उपासना पर ध्यान देते हैं।”
जॉन और उसकी पत्नी जोएन पायनियर हैं। उन्होंने लिखा: “पहले हम कभी-कभार ही मिलकर बाइबल अध्ययन कर पाते थे, क्योंकि हम मंडली के कामों में बहुत व्यस्त रहते थे। मगर यह नया इंतज़ाम वाकई यहोवा की तरफ से एक तोहफा है, जो हमें आध्यात्मिक तौर पर तरो-ताज़ा करता है। लेकिन सिर्फ तभी जब हम इस समय का इस्तेमाल उसी तरह करें, जिस तरह हमें करना चाहिए।”
टोनी करीब 25 साल का एक अविवाहित भाई है। मंगलवार की शाम उसने निजी अध्ययन के लिए रखी है। मंडली की सभाओं की तैयारी वह हफ्ते के दूसरे दिनों में करता है। टोनी कहता है, “मुझे मंगलवार का इंतज़ार रहता है।” क्यों? “क्योंकि उस शाम को मैं यहोवा के साथ खास समय बिता पाता हूँ।” टोनी बताता है: “मैं करीब दो घंटे उन विषयों पर अध्ययन करता हूँ, जिनसे मुझे यहोवा के साथ मज़बूत रिश्ता बनाने में मदद मिलती है। ज़्यादा समय होने की वजह से मैं बाइबल की उन आयतों पर मनन कर पाता हूँ, जिन्हें मैं अध्ययन के दौरान पढ़ता हूँ।” इससे क्या फायदा हुआ? “पहले से ज़्यादा अब यहोवा का मार्गदर्शन मेरे दिलो-दिमाग में रच-बस गया है।” क्या वह इसका कोई उदाहरण दे सकता है? टोनी बताता है, “इंसाइट किताब में मैंने दाविद और योनातन की दोस्ती के बारे में पढ़ा। योनातन ने जिस तरह अपने बारे में न सोचकर दाविद के बारे में सोचा, उससे मैंने काफी कुछ सीखा। उसकी मिसाल से मुझे पता चला कि सच्चा दोस्त किसे कहते हैं। मंगलवार शाम को मैं ऐसे रत्न ढूँढ़ने के लिए बेताब रहता हूँ!”
इसमें कोई शक नहीं कि हम यहोवा के सेवकों को बाइबल अध्ययन और पारिवारिक उपासना के लिए अलग से जो वक्त मिला है, उससे हम सभी काफी कुछ सीखेंगे।