प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 जनवरी, 2005 किसके हाथ में है आपका भविष्य? क्या आप अपना भविष्य तय कर सकते हैं? जब बुढ़ापा बने “शोभायमान मुकुट” बाइबल की भविष्यवाणियाँ मसीह की तरफ इशारा करती हैं परमेश्वर के राज्य का दर्शन हकीकत बना “एक दूसरे की पहुनाई करो” न्यायियों किताब की झलकियाँ शाऊल के प्रचार से नफरत की आग भड़की पाठकों के प्रश्न “आखिर, इसका राज़ क्या है?” क्या आप चाहते हैं कि कोई आकर आपसे मिले? प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 जनवरी, 2005 प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 जनवरी, 2005 हिंदी प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 जनवरी, 2005 https://assetsnffrgf-a.akamaihd.net/assets/ct/1add6d1d93/images/cvr_placeholder.jpg