अध्ययन लेख 22
गीत 127 यहोवा चाहे जैसा, बनूँ मैं वैसा
डेटिंग करते वक्त एक अच्छा फैसला कैसे लें?
‘अंदर का इंसान अनमोल होता है।’—1 पत. 3:4.
क्या सीखेंगे?
डेटिंग करते वक्त एक लड़का और लड़की किस तरह अपने लिए एक अच्छा फैसला कर सकते हैं और इसमें मंडली के भाई-बहन कैसे उनकी मदद कर सकते हैं?
1-2. डेटिंग के बारे में कुछ भाई-बहनों का क्या कहना है?
जब एक लड़का और लड़की डेटिंग करते हैं, तो यह उनके लिए बहुत-ही खुशियों-भरा वक्त होता है। अगर आप अभी डेटिंग कर रहे हैं, तो आप भी ऐसा ही महसूस कर रहे होंगे और चाहेंगे कि डेटिंग का यह सफर अच्छा रहे। कई लोगों का यही अनुभव रहा है। ध्यान दीजिए कि इथियोपिया की रहनेवाली हमारी बहन, सियान a क्या कहती है: “जब मैं और मेरे पति डेटिंग कर रहे थे, तो मैं इतनी खुश थी कि मैं बता नहीं सकती। हमने कई ज़रूरी मामलों के बारे में बात की, लेकिन हमने साथ मिलकर खूब हँसी-मज़ाक भी किया। जब मुझे एहसास हुआ कि मुझे मेरा हमदम मिल गया है और वह भी मुझसे बहुत प्यार करता है, तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था।”
2 लेकिन डेटिंग के बारे में नीदरलैंड्स के रहनेवाले एक भाई, अलेशो का अनुभव कुछ अलग रहा। वह बताता है, “जब मैं अपनी पत्नी के साथ डेटिंग कर रहा था, तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा था, मैं बहुत खुश था। लेकिन हमें कुछ मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा।” इस लेख में हम जानेंगे कि डेटिंग करते वक्त कौन-सी मुश्किलें आ सकती हैं और एक अच्छा फैसला लेने के लिए एक लड़का और लड़की बाइबल के किन सिद्धांतों को ध्यान में रख सकते हैं। हम यह भी जानेंगे कि मंडली के भाई-बहन कैसे उनकी मदद कर सकते हैं।
डेटिंग का मकसद
3. डेटिंग करने का क्या मकसद होना चाहिए? (नीतिवचन 20:25)
3 डेटिंग का सफर मज़ेदार तो होता है, लेकिन डेटिंग करना कोई हलकी बात नहीं है। वह क्यों? क्योंकि डेटिंग करके एक लड़का और लड़की तय करते हैं कि वे शादी करेंगे या नहीं। और अगर वे शादी करने का फैसला करते हैं, तो वे यहोवा के सामने जीवन-भर साथ निभाने की शपथ लेंगे और वादा करेंगे कि वे हमेशा एक-दूसरे से प्यार करेंगे और एक-दूसरे का आदर करेंगे। यहोवा के सामने यह शपथ लेना एक गंभीर बात है। बाइबल में बताया गया है कि कोई शपथ लेने से पहले हमें उस बारे में गहराई से सोचना चाहिए। (नीतिवचन 20:25 पढ़िए।) जब एक लड़का-लड़की डेटिंग करते हैं, तो उन्हें एक-दूसरे को अच्छी तरह जानने का मौका मिलता है और फिर वे सोच-समझकर अच्छा फैसला कर पाते हैं। कुछ लड़के-लड़कियाँ शायद शादी करने का फैसला करें और कुछ शायद डेटिंग करना बंद कर दें। अगर वे तय करते हैं कि वे एक-दूसरे के साथ डेटिंग करना बंद कर देंगे, तो यह कोई बुरी बात नहीं है। हमें यह समझने की ज़रूरत है कि डेटिंग का मकसद पूरा हो गया है। उन्होंने एक-दूसरे को अच्छे-से जान लिया है और वे समझ गए हैं कि वे एक-दूसरे के लिए अच्छे जीवन-साथी होंगे या नहीं।
4. हमें डेटिंग के बारे में सही सोच क्यों रखनी चाहिए?
4 हमें डेटिंग के बारे में सही सोच रखनी चाहिए। वह क्यों? क्योंकि जब एक लड़का-लड़की डेटिंग के बारे में सही सोच रखेंगे, तो वे किसी ऐसे व्यक्ति के साथ डेटिंग नहीं करेंगे जिससे शादी करने का उनका कोई इरादा ही नहीं है। इस बारे में सिर्फ अविवाहित लोगों को ही नहीं, बल्कि हम सबको सही सोच रखनी चाहिए। जैसे कुछ लोग सोचते हैं कि अगर एक लड़का-लड़की डेटिंग कर रहे हैं, तो उन्हें शादी करनी ही होगी और वे अब पीछे नहीं हट सकते। ऐसी सोच का अविवाहित लोगों पर क्या असर हो सकता है? अमरीका में रहनेवाली एक अविवाहित बहन, मलिसा कहती है, “कुछ भाई-बहन सोचते हैं कि डेटिंग करनेवालों को शादी करनी ही चाहिए। इस वजह से कई बार ऐसा होता है कि एक लड़का-लड़की डेटिंग बंद करना चाहते हैं, लेकिन लोगों के डर की वजह से वे ऐसा नहीं करते। और कुछ भाई-बहन तो किसी के साथ डेटिंग ही नहीं करना चाहते। मैं बता नहीं सकती कि यह सब सोचकर लड़के-लड़कियों को कितनी टेंशन होती है।”
एक-दूसरे को अच्छी तरह जानिए
5-6. जो लोग डेटिंग कर रहे हैं, उन्हें एक-दूसरे के बारे में क्या जानना चाहिए? (1 पतरस 3:4)
5 अगर आप किसी के साथ डेटिंग कर रहे हैं, तो आप कैसे तय कर सकते हैं कि आप उससे शादी करेंगे या नहीं? एक-दूसरे को अच्छी तरह जानिए। डेटिंग करने से पहले भी आपने उसके बारे में कुछ बातें जानी होंगी, लेकिन अब आपके पास यह मौका है कि आप उसके “अंदर के इंसान” को जानें, यह जानें कि वह असल में कैसा है। जैसे, यहोवा के साथ उसका रिश्ता कैसा है, उसका स्वभाव कैसा है और वह किस तरह सोचता है। (1 पतरस 3:4 पढ़िए।) फिर कुछ समय बाद आपको ऐसे सवालों के जवाब मिल जाएँगे: ‘क्या वह मेरे लिए एक अच्छा जीवन-साथी होगा?’ (नीति. 31:26, 27, 30; इफि. 5:33; 1 तीमु. 5:8) ‘क्या हम एक-दूसरे की भावनाओं को समझ पाएँगे और एक-दूसरे का खयाल रख पाएँगे? क्या हम एक-दूसरे की कमियों के साथ जी पाएँगे?’ b (रोमि. 3:23) आप दोनों शादी का रिश्ता निभा पाएँगे या नहीं, यह आप कैसे जान सकते हैं? सिर्फ यह मत देखिए कि आप किस हद तक एक-दूसरे के जैसे हैं, बल्कि यह देखिए कि आप किस हद तक एक-दूसरे की पसंद-नापसंद अपनाने को तैयार हैं।
6 आप जिसके साथ डेटिंग कर रहे हैं, उसके बारे में आपको और कौन-सी बातें जाननी चाहिए? इससे पहले कि आप उसे अपना दिल दे बैठें, आप कुछ ज़रूरी मामलों के बारे में बात कर सकते हैं। जैसे, उसके लक्ष्य क्या हैं? आगे चलकर वह क्या करना चाहता है? आप शायद कुछ निजी बातों के बारे में भी जानना चाहें। जैसे, क्या उसे कोई बीमारी है या पैसों की दिक्कत है? क्या कुछ बुरी यादें हैं जो उसे अब भी सताती हैं? यह बातें जानना ज़रूरी है, लेकिन यह मत सोचिए कि आपको डेटिंग की शुरूआत में ही इस सबके बारे में बात करनी है। (यूहन्ना 16:12 से तुलना करें।) अगर सामनेवाला आपसे कुछ ऐसे सवाल करता है जिनके जवाब आप अभी नहीं देना चाहते, तो उसे बताइए कि हम इस बारे में बाद में बात करेंगे। लेकिन हाँ, बाद में उस बारे में बात ज़रूर कीजिए, क्योंकि शादी से पहले उसके लिए यह जानना ज़रूरी है।
7. जो लोग डेटिंग कर रहे हैं, वे एक-दूसरे को कैसे जान सकते हैं? (“ अगर आप एक-दूसरे से दूर रहते हैं, तो डेटिंग कैसे करें?” नाम का बक्स भी देखें।) (तसवीरें भी देखें।)
7 आप कैसे जान सकते हैं कि जिसके साथ आप डेटिंग कर रहे हैं, वह अंदर से कैसा है? एक-दूसरे से खुलकर बात कीजिए और कुछ मत छिपाइए। एक-दूसरे से सवाल कीजिए और फिर ध्यान से सुनिए। (नीति. 20:5; याकू. 1:19) इसके लिए आप चाहें तो साथ मिलकर कुछ ऐसे काम कर सकते हैं जिनमें आपको एक-दूसरे से बात करने का मौका मिले। जैसे, साथ में खाना खाइए, सैर पर जाइए और साथ मिलकर प्रचार कीजिए। एक-दूसरे को और अच्छी तरह जानने के लिए आप अपने दोस्तों और परिवारवालों के साथ मिलकर समय बिता सकते हैं। इसके अलावा, साथ मिलकर कुछ ऐसे काम भी कीजिए जिससे आप देख पाएँ कि वह व्यक्ति अलग-अलग हालात में और अलग-अलग लोगों के साथ कैसे पेश आता है। नीदरलैंड्स के रहनेवाले ऐश्विन के उदाहरण पर ध्यान दीजिए। वह बताता है कि जब वह एलीशा के साथ डेटिंग कर रहा था, तो उन्होंने क्या किया: “हम साथ मिलकर ऐसे छोटे-छोटे काम करने की कोशिश करते थे जिनसे हम एक-दूसरे को जान सकें। जैसे हम अकसर साथ मिलकर खाना बनाते थे या घर का कोई काम करते थे। इस तरह हम एक-दूसरे की खूबियाँ और खामियाँ जान पाए।”
8. साथ मिलकर अध्ययन करने से क्या फायदा होगा?
8 एक-दूसरे को और अच्छी तरह जानने के लिए आप साथ मिलकर बाइबल के किसी विषय पर अध्ययन भी कर सकते हैं। वैसे भी अगर आप आगे चलकर शादी करते हैं, तो आप पारिवारिक उपासना करेंगे ही ताकि परमेश्वर आपके बंधन में तीसरी डोरी हो। (सभो. 4:12) तो क्यों ना अभी से साथ मिलकर अध्ययन करने के लिए समय निकालें? माना कि अभी आप दोनों पति-पत्नी नहीं बने हैं और वह भाई मुखिया नहीं बना है, फिर भी साथ मिलकर अध्ययन करने से आप जान पाएँगे कि आप दोनों का यहोवा के साथ कैसा रिश्ता है। अमरीका के रहनेवाले माक्स और लीसा ने बताया कि ऐसा करने से उन्हें एक और फायदा हुआ। माक्स कहता है, “जब हमने डेटिंग करनी शुरू ही की थी, तो हमने ऐसे प्रकाशनों का अध्ययन किया जिनमें डेटिंग, शादी और पारिवारिक जीवन जैसे विषयों के बारे में बताया गया था। ऐसा करने से हम कई ज़रूरी मामलों के बारे में खुलकर बात कर पाए, जिन पर बात करना शायद हमारे लिए मुश्किल होता।”
ध्यान रखनेवाली कुछ और बातें
9. डेटिंग के बारे में किसे बताएँ, यह तय करते वक्त एक लड़का-लड़की किन बातों का ध्यान रख सकते हैं?
9 आपको किसे बताना चाहिए कि आप डेटिंग कर रहे हैं? आप दोनों मिलकर यह तय कर सकते हैं। शुरू-शुरू में आप चाहें तो सिर्फ कुछ लोगों को इस बारे में बता सकते हैं। (नीति. 17:27) ऐसा करने से ज़्यादा लोग आपसे सवाल-जवाब नहीं करेंगे, ना ही आपको यह चिंता सताएगी कि आपको तुरंत कोई फैसला करना है। लेकिन अगर आप किसी को नहीं बताएँगे कि आप डेटिंग कर रहे हैं, तो आपको शायद यह चिंता होने लगेगी कि कहीं लोगों को पता ना चल जाए। और शायद इस वजह से आप छिप-छिपकर मिलने लगें। ऐसा करना खतरनाक हो सकता है। इसलिए समझदारी इसी में होगी कि आप इस बारे में उन लोगों को बताएँ जो आपको अच्छी सलाह दे सकते हैं और आपकी मदद कर सकते हैं। (नीति. 15:22) जैसे, आप अपने परिवार के कुछ लोगों को, कुछ अच्छे दोस्तों को या कुछ प्राचीनों को बता सकते हैं।
10. डेटिंग करते वक्त एक लड़का-लड़की कैसे सही चालचलन बनाए रख सकते हैं? (नीतिवचन 22:3)
10 आप डेटिंग के दौरान कैसे सही चालचलन बनाए रख सकते हैं? जैसे-जैसे आप एक-दूसरे को जानेंगे, आप एक-दूसरे को और भी चाहने लगेंगे। ऐसे में आप कैसे इस बात का ध्यान रख सकते हैं कि आप कोई गलत काम ना कर बैठें और अपना चालचलन अच्छा बनाए रखें? (1 कुरिं. 6:18) आपस में गंदी बातें मत कीजिए, ध्यान रखिए कि आप कभी एक-दूसरे के साथ अकेले ना हों और बहुत ज़्यादा शराब ना पीएँ। (इफि. 5:3) अगर आप ऐसा करेंगे, तो आपके अंदर गलत इच्छाएँ जाग सकती हैं और सही चालचलन बनाए रखना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। इसलिए अच्छा होगा कि समय-समय पर आप दोनों इस बारे में चर्चा करें कि आप किन बातों का ध्यान रखेंगे और किस तरह अपना चालचलन शुद्ध बनाए रखेंगे। (नीतिवचन 22:3 पढ़िए।) ध्यान दीजिए कि इथियोपिया में रहनेवाले भाई डावीट और उनकी पत्नी अलमाज़ ने क्या किया। वे बताते हैं, “हमने हमेशा इस बात का ध्यान रखा कि हम कभी अकेले ना हों ताकि हम कोई गलत काम ना कर बैठें। जब भी हम एक-दूसरे के साथ वक्त बिताते थे, तो या तो हम अपने दोस्तों के साथ होते थे या फिर दूसरे लोगों के साथ। हम कभी-भी कार में अकेले नहीं जाते थे, ना ही घर पर अकेले होते थे।”
11. अपना प्यार ज़ाहिर करने के मामले में लड़का-लड़की किन बातों का ध्यान रख सकते हैं?
11 अगर आप दोनों की बात आगे बढ़ने लगी है, तो आप शायद कुछ तरीकों से अपना प्यार ज़ाहिर करना चाहें। एक हद में रहकर ऐसा करना ठीक भी है। (श्रेष्ठ. 1:2; 2:6) लेकिन अगर ऐसा करने से आपकी लैंगिक इच्छाएँ जागती हैं, तो हो सकता है कि आप सामनेवाले के बारे में ठीक से सोच ना पाएँ और भावनाओं में बहकर फैसला कर बैठें। यह भी हो सकता है कि आप खुद पर काबू ना रख पाएँ और कुछ गलत कर बैठें। (नीति. 6:27) इसलिए शुरू में ही बाइबल के सिद्धांतों को ध्यान में रखकर तय कीजिए कि आप एक-दूसरे के लिए कैसे प्यार ज़ाहिर करेंगे और क्या नहीं करेंगे। c (1 थिस्स. 4:3-7) आप दोनों इन सवालों के बारे में सोच सकते हैं: ‘अगर हम इस तरह एक-दूसरे के लिए प्यार ज़ाहिर करेंगे, तो हमारे यहाँ लोग क्या कहेंगे? क्या ऐसा करने से हम दोनों में से किसी की लैंगिक इच्छाएँ जाग सकती हैं?’
12. जब समस्याएँ उठती हैं या लड़का-लड़की एक-दूसरे से सहमत नहीं होते, तो उन्हें क्या बात याद रखनी चाहिए?
12 जब समस्याएँ उठती हैं या किसी बात पर आप दोनों राज़ी नहीं होते, तो आप क्या कर सकते हैं? अगर कभी-कभी आप दोनों किसी बात पर सहमत नहीं होते, तो क्या इसका यह मतलब है कि आप एक-दूसरे के लिए सही नहीं हैं? ऐसी बात नहीं है, सबके साथ ऐसा होता है। लेकिन आज आप जिस तरह समस्याएँ सुलझाते हैं, उससे पता चलेगा कि शादी के बाद आप क्या करेंगे और आपका रिश्ता कैसा होगा। याद रखिए, शादी का रिश्ता तब मज़बूत होता है, जब जीवन-साथी साथ मिलकर एक नतीजे पर पहुँचते हैं, फिर चाहे उनकी राय एक-दूसरे से अलग क्यों ना हो। इसलिए मिलकर इस बारे में सोचिए, ‘क्या हम शांति से मामले को सुलझाते हैं और एक-दूसरे का आदर करते हैं? क्या हम अपनी कमियों को सुधारने की कोशिश करते हैं? क्या हम एक-दूसरे की बात मानने के लिए राज़ी हो जाते हैं, माफी माँगते हैं और एक-दूसरे को माफ करते हैं?’ (इफि. 4:31, 32) लेकिन अगर आपके बीच बहस होती रहती है और आप एक-दूसरे से राज़ी नहीं होते, तो ऐसा मत सोचिए कि शादी के बाद हालात बदल जाएँगे। अगर आपको लगता है कि जिसके साथ आप डेटिंग कर रहे हैं, वह आपके लिए सही नहीं रहेगा, तो आप दोनों की भलाई इसी में होगी कि आप डेटिंग करना बंद कर दें। d
13. कब तक डेटिंग करनी है, यह तय करने के लिए लड़का-लड़की किन बातों का ध्यान रख सकते हैं?
13 आपको कितने समय तक डेटिंग करनी चाहिए? जल्दबाज़ी में लिए गए फैसलों के अकसर बुरे अंजाम होते हैं। (नीति. 21:5) आपको तब तक एक-दूसरे के साथ डेटिंग करनी चाहिए, जब तक कि आप सामनेवाले को अच्छी तरह जान ना लें। लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आप डेटिंग करते रहें और कोई फैसला ही ना लें। बाइबल में लिखा है, “जब उम्मीद पूरी होने में देर होती है, तो मन उदास हो जाता है।” (नीति. 13:12) इसके अलावा अगर आप लंबे समय तक डेटिंग करते रहेंगे, तो लैंगिक इच्छाओं को काबू में रखना मुश्किल हो सकता है। (1 कुरिं. 7:9) तो इस बारे में चिंता करने के बजाय कि आपको कितने समय तक डेटिंग करनी चाहिए, खुद से पूछिए, ‘उसके बारे में मुझे और क्या जानना बाकी है ताकि मैं फैसला कर सकूँ कि मुझे उससे शादी करनी चाहिए या नहीं?’
दूसरे भाई-बहन कैसे मदद कर सकते हैं?
14. मंडली के भाई-बहन उनकी मदद कैसे कर सकते हैं जो डेटिंग कर रहे हैं? (तसवीर भी देखें।)
14 अगर आप जानते हैं कि एक लड़का और लड़की डेटिंग कर रहे हैं, तो आप कैसे उनकी मदद कर सकते हैं? आप उन्हें खाने के लिए या पारिवारिक उपासना के लिए बुला सकते हैं या साथ मिलकर मनोरंजन कर सकते हैं। (रोमि. 12:13) जब आप उन्हें बुलाएँगे, तो उन्हें एक-दूसरे को और अच्छी तरह जानने का मौका मिलेगा। इसके अलावा अगर वे कहीं बाहर जाना चाहते हैं या साथ में गाड़ी में सफर करना चाहते हैं, तो आप उनके साथ जा सकते हैं। या अगर वे अकेले में बात करना चाहते हैं, तो आप उन्हें अपने घर बुला सकते हैं। (गला. 6:10) एलीशा, जिसके बारे में हमने पहले बात की थी, बताती है कि उसे और उसके पति ऐश्विन को कौन-सी बात बहुत अच्छी लगी। वह कहती है, “कुछ भाई-बहनों ने हमसे कहा कि जब भी तुम दोनों को अलग-से आपस में कुछ बात करनी हो, तो तुम हमारे यहाँ आ सकते हो। यह सुनकर हमें बहुत अच्छा लगा।” तो जब एक लड़का-लड़की आपसे कहते हैं कि वे आपस में बात करना चाहते हैं और आप उनके साथ रहें, तो सोचिए कि यह अपने दोस्तों की मदद करने का एक अच्छा मौका है। इस बात का ध्यान रखिए कि वे आपकी नज़रों के सामने ही रहें, पर साथ ही उन्हें अकेले में वक्त बिताने दीजिए और बात करने दीजिए।—फिलि. 2:4.
15. जो लोग डेटिंग कर रहे हैं, उनकी मदद करने के लिए भाई-बहन और क्या कर सकते हैं? (नीतिवचन 12:18)
15 डेटिंग करनेवालों की हम एक और तरीके से मदद कर सकते हैं। हम ध्यान रख सकते हैं कि हम क्या कहेंगे और क्या नहीं। कभी-कभी हमें अपनी ज़बान पर लगाम लगानी पड़ सकती है। (नीतिवचन 12:18 पढ़िए।) जैसे शायद हमें दूसरों को यह बताने का मन करे कि वह भाई और बहन डेटिंग कर रहे हैं। लेकिन अगर वे खुद इस बारे में दूसरों को बताना चाहते हैं, तो हमें किसी से कुछ नहीं कहना चाहिए। जो लोग डेटिंग कर रहे हैं, उनके बारे में हमें कानाफूसी नहीं करनी चाहिए, और वे जो कुछ करते हैं उसमें नुक्स नहीं निकालने चाहिए। (नीति. 20:19; रोमि. 14:10; 1 थिस्स. 4:11) इसके अलावा हमें ऐसी कोई बात नहीं कहनी चाहिए, ना ही ऐसे सवाल करने चाहिए जिससे यह लगे कि उन्हें शादी कर लेनी चाहिए या वे शादी करेंगे। इससे उन्हें बुरा लग सकता है। बहन इलीज़ और उनके पति बताते हैं, “कुछ लोग हमसे शादी के बारे में सवाल करने लगे। यह सुनकर हमें बहुत अजीब लगा, क्योंकि तब तक हमने खुद इस बारे में बात नहीं की थी।”
16. अगर एक लड़का-लड़की डेटिंग करना बंद कर देते हैं, तो हमें क्या करना चाहिए?
16 अगर एक लड़का और लड़की डेटिंग करना बंद कर देते हैं, तो हमें क्या करना चाहिए? हमें यह जानने की कोशिश नहीं करनी चाहिए कि उन्होंने यह फैसला क्यों किया, ना ही लड़के या लड़की में नुक्स निकालने चाहिए। (1 पत. 4:15) लिया बताती है, “जब मैंने एक भाई के साथ डेटिंग करना बंद कर दिया, तो लोग हमारे बारे में बातें बनाने लगे। उनकी बातें सुनकर मुझे बहुत दुख हुआ।” लेकिन जैसे हमने पहले देखा था, डेटिंग बंद करना कोई बुरी बात नहीं है। इसका बस यह मतलब है कि डेटिंग का मकसद पूरा हो गया। जैसे इस मामले में लड़का-लड़की समझ गए कि वे एक-दूसरे के लिए अच्छे जीवन साथी नहीं होंगे। पर हाँ, जब एक लड़का-लड़की डेटिंग करना बंद कर देते हैं, तो उन्हें थोड़ा बुरा तो लगता ही है और शायद वे अकेला भी महसूस करें। इसलिए हमें अलग-अलग तरीकों से उनकी मदद करनी चाहिए।—नीति. 17:17.
17. जो लोग डेटिंग कर रहे हैं, उन्हें क्या करने की कोशिश करनी चाहिए?
17 जैसे हमने देखा, डेटिंग करते वक्त कुछ मुश्किलें आती हैं, लेकिन यह एक मज़ेदार सफर भी है। जैसिका कहती है, “डेटिंग करते वक्त हमें बहुत कुछ करना पड़ा। लेकिन हमारी मेहनत बेकार नहीं गयी, हम एक-दूसरे को और अच्छी तरह जान पाए।” अगर आप किसी के साथ डेटिंग कर रहे हैं, तो उसे अच्छी तरह जानने की पूरी कोशिश कीजिए। तब आप एक अच्छा फैसला ले पाएँगे, एक ऐसा फैसला जिससे आप दोनों खुश रहेंगे!
गीत 49 यहोवा का दिल खुश करें
a इस लेख में कुछ लोगों के नाम उनके असली नाम नहीं हैं।
b आपको और किन बातों के बारे में सोचना चाहिए, यह जानने के लिए अँग्रेज़ी की किताब क्वेश्चन्स यंग पीपल आस्क—आंसर्स दैट वर्क, वॉल्यूम 2 के पेज 39-40 देखें।
c नाजायज़ यौन-संबंध में लैंगिक अंगों को सहलाना भी शामिल है, जिसके लिए मंडली के प्राचीनों को न्यायिक कार्रवाई करने की ज़रूरत होती है। स्तन सहलाने और मैसेज के ज़रिए या टेलिफोन पर अनैतिक बातचीत करने के लिए भी न्यायिक कार्रवाई की जा सकती है, पर हालात को ध्यान में रखकर यह फैसला किया जाता है।
d ज़्यादा जानकारी के लिए 15 अगस्त, 1999 की प्रहरीदुर्ग में दिया लेख “पाठकों के प्रश्न” पढ़ें।