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मुश्‍किलों में भी हिम्मत से काम लीजिए

मुश्‍किलों में भी हिम्मत से काम लीजिए

यिर्मयाह 38:1-13 पढ़िए और जानिए कि आप भविष्यवक्‍ता यिर्मयाह और खोजे एबेद-मेलेक से हिम्मत से काम लेने के बारे में क्या सीख सकते हैं।

और जानने के लिए आस-पास की आयतें पढ़िए। यिर्मयाह ने लोगों को यहोवा का संदेश सुनाने के लिए किस तरह हिम्मत से काम लिया? (यिर्म. 27:12-14; 28:15-17; 37:6-10) उसका संदेश सुनकर लोगों ने क्या किया?—यिर्म. 37:15, 16.

खोजबीन कीजिए। लोग यिर्मयाह पर क्या करने का दबाव डाल रहे थे? (जेरेमायाह पेज 26-27 पै 20-22; सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र (यिर्म-मला) पेज 3 पै 1-2) पता लगाइए कि पुराने ज़माने में कुंड कैसे हुआ करते थे। (इंसाइट-1 पेज 471) जब यिर्मयाह कुंड में था और दलदल में धँसता जा रहा था, तो उसके मन में क्या चल रहा होगा? एबेद-मेलेक को किस बात से डर लग सकता था?—स-पु-हवाले17.05 पेज 2 पै 2-3.

सोचिए कि आपने क्या सीखा। खुद से पूछिए:

  • ‘इस किस्से से कैसे पता चलता है कि यहोवा अपने वफादार सेवकों की हिफाज़त करता है?’(भज. 97:10; यिर्म. 39:15-18)

  • ‘मुझे कब हिम्मत से काम लेना पड़ सकता है?’

  • ‘मैं अपनी हिम्मत कैसे बढ़ा सकता हूँ ताकि जब कुछ गलत करने का दबाव आए, तब भी मैं सही काम कर सकूँ?’ (जन11 3/1 पेज 30, अँग्रेज़ी) a

a खोजबीन करने के लिए कुछ और विषय जुलाई 2023 की प्रहरीदुर्ग में “अध्ययन के लिए सुझाव” में दिए गए हैं।