पहले पेज का विषय | बाइबल को कोई नहीं मिटा पाया
क्या वजह है कि बाइबल आज तक बची रही?
बाइबल आज तक बची रही है, इसलिए आप अपने लिए यह किताब ले सकते हैं, इसे पढ़ सकते हैं। बाइबल का एक अच्छा अनुवाद है जिसमें वही बातें लिखी हैं जो पहले लिखी गयी थीं। a पर क्या वजह है कि बाइबल आज तक बची रही, इसके बावजूद कि वह ज़्यादा समय तक ना टिकनेवाली चीज़ों पर लिखी गयी थी, बड़े-बड़े लोगों ने उसे नष्ट करने और दूसरे लोगों ने जानबूझकर उसके संदेश को बदलने की कोशिश की? आखिर यह किताब इतनी खास क्यों है?
“अब मुझे यकीन हो गया है कि बाइबल परमेश्वर की तरफ से एक तोहफा है”
बहुत-से लोग बाइबल का अध्ययन करके उसी नतीजे पर पहुँचे हैं जिस पर यीशु का एक चेला पौलुस पहुँचा था। उसने लिखा था, “पूरा शास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से लिखा गया है।” (2 तीमुथियुस 3:16) उन लोगों का मानना है कि बाइबल आज तक इसलिए बची रही क्योंकि यह परमेश्वर का वचन है और परमेश्वर ने ही इसकी हिफाज़त की। फैज़ल ने, जिसका ज़िक्र पहले लेख में किया गया था, तय किया कि वह खुद जाँच करके देखेगा कि बाइबल बदल दी गयी है या नहीं। और जब उसने ऐसा किया तो वह हैरान रह गया। उसे यह जानकर खुशी हुई कि परमेश्वर बहुत जल्द धरती का क्या करनेवाला है। उसने यह भी जाना कि चर्च की कई शिक्षाएँ बाइबल से नहीं हैं।
फैज़ल ने कहा, “अब मुझे यकीन हो गया है कि बाइबल परमेश्वर की तरफ से एक तोहफा है। आखिरकार जब वह पूरे जहान को बना सकता है तो क्या वह हमें एक किताब नहीं दे सकता? उसकी हिफाज़त नहीं कर सकता? बिलकुल कर सकता है क्योंकि वह सबसे ताकतवर है!”—यशायाह 40:8.
a 1 मई, 2008 की अँग्रेज़ी प्रहरीदुर्ग में दिया लेख पढ़ें, “आप कैसे जान सकते हैं कि बाइबल का एक अच्छा अनुवाद कौन-सा है?”