सुखी परिवार का राज़ क्या है?
आपको क्या लगता है . . .
-
प्यार?
-
पैसा?
-
कुछ और?
इस बारे में पवित्र शास्त्र में क्या लिखा है?
“सुखी हैं वे जो परमेश्वर का वचन सुनते हैं और उस पर चलते हैं!”—लूका 11:28.
अगर हम ऊपर बतायी गयी बात मानते हैं, तो हमें क्या फायदा होगा?
परिवार में प्यार बढ़ेगा।—इफिसियों 5:28, 29.
एक-दूसरे के लिए आदर बढ़ेगा।—इफिसियों 5:33.
रिश्ते मज़बूत होंगे।—मरकुस 10:6-9.
हम इस बात पर क्यों यकीन कर सकते हैं?
ज़रा इन दो कारणों पर ध्यान दीजिए:
-
परिवार की शुरूआत परमेश्वर ने की है। पवित्र शास्त्र में लिखा है कि परमेश्वर यहोवा की वजह से हर परिवार वजूद में आया है। (इफिसियों 3:14, 15) इस बात को जानने से हमारे परिवार में खुशियाँ कैसे आ सकती हैं?
ज़रा सोचिए, आपने किसी के यहाँ स्वादिष्ट खाना खाया और आप जानना चाहते हैं कि इसे कैसे बनाया गया। आप किससे पूछेंगे? बेशक उसी से, जिसने खाना बनाया है।
उसी तरह परिवार का बनानेवाला यहोवा परमेश्वर ही हमें सबसे अच्छी तरह बता सकता है कि हमारा परिवार कैसे खुश रह सकता है।—उत्पत्ति 2:18-24.
-
परमेश्वर आपसे प्यार करता है। पवित्र शास्त्र में लिखा है, ‘परमेश्वर को तुम्हारी परवाह है।’ (1 पतरस 5:6, 7) इसलिए उसने शास्त्र में परिवार के लिए बहुत-सी सलाह दी हैं। अगर परिवार के सभी सदस्य ये सलाह मानें, तो उनका भला होगा। परमेश्वर की सलाह हमेशा सही होती है।—नीतिवचन 3:5, 6; यशायाह 48:17, 18.
ज़रा सोचिए
आप एक अच्छे पति, पत्नी या माता-पिता कैसे बन सकते हैं?
इस सवाल का जवाब पवित्र शास्त्र की इन आयतों में दिया गया है: इफिसियों 5:1, 2 और कुलुस्सियों 3:18-21.