बुढ़ापा, बुज़ुर्ग लोग
जब उम्र ढलने लगती है, तो क्या होता है?
ये भी देखें: “दिलासा, हौसला—बीमारी या ढलती उम्र की वजह से ज़्यादा कुछ ना कर पाना”
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इससे जुड़े किस्से:
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सभ 12:1-8—राजा सुलैमान ने कविता की शैली में बताया कि ढलती उम्र के साथ क्या-क्या समस्याएँ आती हैं। जैसे, उसने लिखा, “खिड़की से झाँकनेवाली औरतों के सामने अँधेरा छा जाए” यानी नज़रें कमज़ोर हो जाती हैं और “बेटियों के गाने का स्वर मंद पड़ने लगे” यानी ऊँचा सुनने लगते हैं
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क्या बुज़ुर्ग तब भी खुश रह सकते हैं जब वे किसी मुश्किल से गुज़रते हैं या जब वे उम्र की वजह से ज़्यादा कुछ नहीं कर पाते?
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इससे जुड़े किस्से:
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1शम 12:2, 23—बुज़ुर्ग भविष्यवक्ता शमूएल जानता था कि यहोवा के लोगों की खातिर प्रार्थना करते रहना कितना ज़रूरी है
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2शम 19:31-39—राजा दाविद बुज़ुर्ग बरजिल्लै की मदद पाकर बहुत एहसानमंद था और बरजिल्लै अपनी हद जानता था, इसलिए ज़िम्मेदारी दिए जाने पर उसने मना कर दिया
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भज 71:9, 18—दाविद को लगा कि जब वह बूढ़ा हो जाएगा, तो वह यहोवा के किसी काम का नहीं रहेगा। इसलिए उसने बिनती की कि यहोवा उसे त्याग ना दे बल्कि उसे इतनी ताकत दे कि वह अगली पीढ़ी को उसके बारे में सिखा सके
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लूक 2:36-38—भविष्यवक्तिन हन्ना एक बुज़ुर्ग विधवा थी, फिर भी उसने वफादारी से परमेश्वर की सेवा करना नहीं छोड़ा। इसलिए यहोवा ने उसे आशीष दी
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यहोवा कैसे दिखाता है कि उसे बुज़ुर्गों की परवाह है?
भज 92:12-14; नीत 16:31; 20:29; यश 46:4; तीत 2:2-5
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इससे जुड़े किस्से:
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उत 12:1-4—जब अब्राहम 75 साल का था तो यहोवा ने उसे कुछ ऐसा करने के लिए कहा जिससे उसकी ज़िंदगी ही बदल गयी
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दान 10:11, 19; 12:13—जब दानियेल की उम्र 90 से ज़्यादा थी, तो एक स्वर्गदूत ने उससे कहा कि वह यहोवा के लिए बहुत अनमोल है और उसे उसकी वफादारी के लिए इनाम दिया जाएगा
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लूक 1:5-13—यहोवा ने चमत्कार से बुज़ुर्ग जकरयाह और इलीशिबा को एक बेटा दिया जिसका नाम यूहन्ना था
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लूक 2:25-35—यहोवा ने बुज़ुर्ग शिमोन को एक नन्हे बच्चे को देखने का मौका दिया जो आगे चलकर मसीहा बनता। और फिर उसने उसके बारे में एक भविष्यवाणी की
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प्रेष 7:23, 30-36—जब मूसा 80 साल का था, तो यहोवा ने उसे अपने लोगों का अगुवा ठहराया
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हमें वफादार बुज़ुर्ग भाई-बहनों के साथ कैसे पेश आना चाहिए?
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उत 45:9-11; 47:12—यूसुफ ने अपने बुज़ुर्ग पिता को अपने पास बुलाया और उसके मरने तक उसकी देखभाल की
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रूत 1:14-17; 2:2, 17, 18, 23—रूत अपनी बुज़ुर्ग सास नाओमी का सहारा बनी और उसने अपनी बातों से उसकी हिम्मत बँधायी
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यूह 19:26, 27—यीशु ने मरने से पहले अपने चेले यूहन्ना से कहा कि वह उसकी बुज़ुर्ग माँ की देखभाल करे
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हम किन तरीकों से बुज़ुर्ग भाई-बहनों की मदद कर सकते हैं?