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यीशु लाज़र को ज़िंदा कर रहा है और लाज़र की बहनें मारथा और मरियम देख रही हैं

भाग 5

आखिरी महीनों में यरदन के पूरब में सेवा

“बहुतों ने यीशु पर विश्‍वास किया।”​—यूहन्‍ना 10:42

आखिरी महीनों में यरदन के पूरब में सेवा

इस भाग में

अध्याय 82

पेरिया में सेवा

यीशु लोगों को समझाता है कि उद्धार पाने के लिए क्या करना ज़रूरी है और क्यों बहुत लोग उद्धार नहीं पाएँगे। उसकी सलाह उस ज़माने में बहुत काम आयी। क्या आज भी काम आती है?

अध्याय 83

दावत का न्यौता

यीशु एक फरीसी के घर खाना खाते समय एक आलीशान दावत की मिसाल बताता है। वह परमेश्‍वर के सब लोगों के लिए एक अहम सीख देता है। वह क्या है?

अध्याय 84

यीशु का चेला होना एक बड़ी ज़िम्मेदारी है

मसीह का चेला बनना एक गंभीर ज़िम्मेदारी है। यीशु साफ बताता है कि इसके लिए एक इंसान को क्या करना होगा। कुछ लोग जो आगे चलकर यीशु के चेले बनेंगे, वे उसकी बात सुनकर शायद दंग रह गए।

अध्याय 85

पश्‍चाताप करनेवाले पापी के लिए खुशियाँ

फरीसी और शास्त्री यीशु को बुरा-भला कहते हैं, क्योंकि वह आम लोगों के साथ उठता-बैठता है। यीशु एक मिसाल बताकर उन्हें समझाता है कि परमेश्‍वर पापियों को किस नज़र से देखता है।

अध्याय 86

खोया हुआ बेटा लौट आया

यीशु ने उड़ाऊ बेटे की जो मिसाल बतायी उससे हम क्या-क्या सीखते हैं?

अध्याय 87

पहले से सोचिए​—होशियारी से काम लीजिए

यीशु एक घर के प्रबंधक की मिसाल बताता है जो बेईमान है। यह मिसाल बताकर वह एक ऐसी सीख देता है जिसे जानकर शायद हम हैरान रह जाएँ।

अध्याय 88

अमीर आदमी और लाज़र

यीशु की मिसाल का मतलब समझने के लिए हमें यह जानना होगा कि इस मिसाल के दोनों मुख्य किरदार किन्हें दर्शाते हैं।

अध्याय 89

यीशु पेरिया में सिखाता है

यीशु एक ऐसा गुण बढ़ाने के लिए कहता है जिसके होने से हम उन लोगों को भी माफ करेंगे जो बार-बार हमें ठेस पहुँचाते हैं।

अध्याय 90

“मरे हुओं को ज़िंदा करनेवाला”

यीशु ने कहा कि जो उस पर विश्‍वास करता है, “वह कभी नहीं मरेगा।” इसका क्या मतलब है?

अध्याय 91

यीशु लाज़र को ज़िंदा करता है

इस चमत्कार से जुड़ी दो ऐसी बातें हैं जिनकी वजह से यीशु के विरोधी भी नहीं कह सकते कि यह चमत्कार नहीं हुआ था।

अध्याय 92

दस कोढ़ी ठीक हुए, एक ने धन्यवाद किया

जो आदमी चंगा हुआ वह यीशु के अलावा किसी और का भी एहसानमंद है।

अध्याय 93

इंसान का बेटा प्रकट होगा

मसीह जब मौजूद होगा, तो वह वक्‍त कैसे बिजली चमकने जैसा होगा?

अध्याय 94

प्रार्थना और नम्रता की अहमियत

यीशु ने एक बुरे न्यायी और विधवा की मिसाल बताकर एक खास गुण बढ़ाने के लिए कहा।

अध्याय 95

तलाक की सही वजह और बच्चों से प्यार

बच्चों के बारे में यीशु की सोच चेलों की सोच से बिलकुल अलग है। वह क्यों?

अध्याय 96

एक अमीर अधिकारी के सवाल का जवाब

यीशु क्यों कहता है कि परमेश्‍वर के राज में एक अमीर आदमी के दाखिल होने से एक ऊँट का सिलाई की सुई के छेद से निकल जाना ज़्यादा आसान है?

अध्याय 97

अंगूरों के बाग में काम करनेवालों की मिसाल

जो पहले हैं वे आखिरी कैसे होंगे और जो आखिरी हैं वे पहले कैसे होंगे?

अध्याय 98

प्रेषित एक बार फिर बड़ा बनना चाहते हैं

याकूब और यूहन्‍ना यीशु से पूछते हैं कि परमेश्‍वर के राज में उन्हें खास पद दिया जाए। बाकी चेले भी उन्हीं की तरह सोचते हैं।

अध्याय 99

दो अंधे आदमी चंगे हुए, जक्कई ने पश्‍चाताप किया

यीशु ने यरीहो के पास एक अंधे आदमी को चंगा किया था। ऐसा लग सकता है कि इस बारे में बाइबल के दो वाकयों में जो लिखा है, वह एक-दूसरे से अलग है। मगर हम कैसे कह सकते हैं कि दोनों में तालमेल है?

अध्याय 100

चाँदी के सिक्कों की मिसाल

यीशु ने कहा था, “जिसके पास है, उसे और दिया जाएगा। मगर जिसके पास नहीं है, उससे वह भी ले लिया जाएगा जो उसके पास है।” इस बात का क्या मतलब है?