पाठ 27
वे यहोवा के खिलाफ हो गए
जब इसराएली वीराने में थे तो कुछ समय बाद कोरह, दातान, अबीराम और 250 आदमी मूसा के खिलाफ हो गए। वे उससे कहने लगे, ‘बहुत हो चुका! किसने तुझे हमारा अगुवा और हारून को महायाजक बनाया? यहोवा सिर्फ तेरे और हारून के साथ नहीं, हम सबके साथ है।’ यहोवा को यह बात अच्छी नहीं लगी। उसकी नज़र में यह ऐसा था मानो वे उसके खिलाफ काम कर रहे हैं!
मूसा ने कोरह और उसके साथियों से कहा, ‘तुम सब कल पवित्र डेरे के पास आना। अपने साथ आग के करछों में धूप डालकर लाना। यहोवा दिखा देगा कि उसने किसे चुना है।’
अगले दिन, कोरह और उसके 250 आदमी मूसा से मिलने पवित्र डेरे के पास आए। वहाँ उन्होंने धूप जलाया मानो वे याजक हों। यहोवा ने मूसा और हारून से कहा, ‘तुम दोनों कोरह और उसके आदमियों से हटकर दूर चले जाओ।’
कोरह पवित्र डेरे के पास गया जहाँ मूसा था, मगर दातान, अबीराम और उनके परिवारों ने वहाँ जाने से इनकार कर दिया। यहोवा ने इसराएलियों से कहा कि वे कोरह, दातान और अबीराम के तंबुओं से दूर चले जाएँ। इसराएली तुरंत उनसे दूर चले गए। दातान, अबीराम और उनके परिवार अपने तंबुओं के बाहर खड़े
रहे। अचानक ज़मीन फट गयी और सब लोगों को निगल गयी! पवित्र डेरे के पास आग बरसी और कोरह और उसके 250 आदमी जलकर भस्म हो गए।फिर यहोवा ने मूसा से कहा, ‘हर गोत्र के प्रधान से एक छड़ी ले और उस पर उसका नाम लिख। मगर लेवी गोत्र की छड़ी पर हारून का नाम लिख। उन छड़ियों को पवित्र डेरे के अंदर रख। मैं जिस आदमी को चुनूँगा उसकी छड़ी पर फूल खिले होंगे।’
अगले दिन मूसा सारी छड़ियाँ लेकर बाहर आया और उसने प्रधानों को दिखाया। हारून की छड़ी पर फूल खिले हुए थे और पके बादाम भी लगे हुए थे। इस तरह यहोवा ने पक्का किया कि उसने हारून को ही महायाजक चुना है।
“जो तुम्हारे बीच अगुवाई करते हैं उनकी आज्ञा मानो और उनके अधीन रहो।”—इब्रानियों 13:17