प्यारी बेटी
1. पलकों की छाँवों में,
थी वो पली।
मिलते हैं जीवन में
खुशी और गम भी।
जब थीं आज़माइशें,
उसकी कोशिशें,
पापा को दे गयी खुशी।
(कोरस)
प्यारी बेटी, तुझपे है नाज़ उनको।
कम न होगा, उनका प्यार।
2. मेहनत और हिम्मत से
बीते हर दिन।
उनकी सलाहों पे
चली वो हर दिन।
उसको भी है पता
उनके दिल में है क्या,
जो पापा कहते यूँ उससे:
(कोरस)
“प्यारी बेटी, तुझपे है नाज़ मुझको।
कम ना होगा मेरा प्यार।”
(खास पंक्तियाँ)
हाँ यहोवा को
है कदर तेरी,
तेरी मेहनत की,
सच्चे प्यार की भी।
भूलेगा ना वो
उसकी खातिर जो
किया तूने।
(कोरस)
प्यारी बेटी, तुझपे है नाज़ उनको।
प्यारी बेटी, तेरे संग हैं वो।
प्यारी बेटी, परवाह है उनको।
करते हैं वो, तुझसे प्यार।