19-25 फरवरी
मत्ती 16-17
गीत 22 और प्रार्थना
आज की सभा की एक झलक (3 मि. या उससे कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“आपकी सोच किसकी तरह है?”: (10 मि.)
मत 16:21, 22—पतरस भावनाओं में बह गया था, इसलिए वह गलत सोचने लगा (प्र07 3/1 पेज 12 पै 17)
मत 16:23—पतरस परमेश्वर की तरह नहीं सोच रहा था (प्र15 5/15 पेज 13 पै 16-17)
मत 16:24—मसीहियों को ज़िंदगी में हर कदम पर वही करना चाहिए, जो परमेश्वर चाहता है (प्र06 4/1 पेज 23 पै 9)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
मत 16:18—वह “चट्टान” कौन था, जिस पर यीशु ने मसीही मंडली बनायी? (“तू पतरस है। और इस चट्टान पर,” “मंडली” अ.बाइ. मत 16:18 अध्ययन नोट)
मत 16:19—यीशु ने पतरस को जो “राज की चाबियाँ” दीं, वे क्या थीं? (“स्वर्ग के राज की चाबियाँ” अ.बाइ. मत 16:19 अध्ययन नोट)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या उससे कम) मत 16:1-20
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (2 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। कोई आपका संदेश सुनने से इनकार करने के लिए ऐसी बात कहता है, जो अकसर आपके यहाँ लोग कहते हैं। इस रुकावट को पार कीजिए।
दूसरी मुलाकात: (3 मि. या उससे कम) “गवाही कैसे दें” भाग में दिया सुझाव आज़माइए।
तीसरी मुलाकात का वीडियो: (5 मि.) वीडियो चलाइए और चर्चा कीजिए।
जीएँ मसीहियों की तरह
गीत 40
“प्रचार में अपना हुनर बढ़ाइए—कुशलता से सवाल कीजिए”: (15 मि.) चर्चा। वे काम कीजिए, जो यीशु ने किए—सिखाइए नाम का वीडियो चलाइए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) विश्वास की मिसाल अध्या 1 पै 14-27 और “मनन के लिए सवाल”
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 52 और प्रार्थना