“आपने हिम्मत नहीं हारी”
“आपने हिम्मत नहीं हारी”
● अर्जण्टिना देश में रहनेवाली कैमिला को कई बीमारियाँ हैं। उसके शरीर में खून की कमी है, तंत्रिका-कोशिकाओं में गड़बड़ी है और उसका शारीरिक और मानसिक विकास भी बहुत कम हुआ है। इसलिए आठ साल की उम्र में उसकी लंबाई सिर्फ 2.5 फुट (75 सेंटीमीटर) थी। कैमिला के माता-पिता यहोवा के साक्षी हैं। एक बार उनके शहर के एक हॉल में एक चिकित्सीय सम्मेलन चल रहा था और उन्होंने फैसला किया कि वे अपनी बेटी को वहाँ ले जाएँगे। सम्मेलन में करीब 500 लोग मौजूद थे, कैमिला और उसका परिवार स्टेज के सामनेवाली दूसरी लाइन में बैठ गया।
सम्मेलन में एक डॉक्टर ने भी भाषण दिया। भाषण के दौरान उसने कैमिला की तरफ इशारा किया और कहा कि उसे देखकर लगता है कि उसकी सेहत अच्छी है। डॉक्टर, कैमिला की उम्र और उसकी बीमारी के बारे में कुछ नहीं जानता था। सच्चाई से अनजान उसने पूछा: “बच्ची की उम्र क्या है?”
कैमिला की माँ मरीसा ने जवाब दिया, “आठ साल।”
डॉक्टर ने फिर पूछा, “क्या कहा आपने, आठ महीने?”
मरीसा ने जवाब दिया, “नहीं, आठ साल।”
कैमिला की सही उम्र जानकर डॉक्टर को हैरानी हुई, उसने कैमिला और मरीसा को स्टेज पर बुलाया और उनसे कुछ सवाल पूछे। मरीसा ने उसे बताया कि डॉक्टरों ने कैमिला की क्या-क्या जाँच और इलाज किए हैं। यह सब सुनने के बाद डॉक्टर ने कहा: “कुछ माएँ ऐसी होती हैं कि जब उनके बच्चे को मामूली सर्दी-खाँसी हो जाती है, तो वे रोने लगती हैं। पर सात साल तक कैमिला का इलाज कराने और अपनी तरफ से हर मुमकिन कोशिश करने के बाद भी, आपने हिम्मत नहीं हारी। आप यह कैसे कर पायीं?”
जवाब में मरीसा ने सम्मेलन में बैठे लोगों को बाइबल पर आधारित अपनी आशा के बारे में बताया। उसने नयी दुनिया के बारे में बताया, जहाँ सिर्फ अच्छाई होगी और जहाँ सारी बीमारियाँ और तकलीफें मिटा दी जाएँगी, यहाँ तक कि मौत भी नहीं रहेगी। (यशायाह 33:24; प्रकाशितवाक्य 21:3, 4) आखिर में मरीसा ने बताया कि किस तरह दुनिया-भर में फैले यहोवा के साक्षी भाईचारे के एक मज़बूत बंधन में बंधे हैं और कैसे प्यार की वजह से वे ज़िंदगी में आनेवाली मुश्किलों और दूसरी परेशानियों का सामना करने में एक-दूसरे की मदद करते हैं।—यूहन्ना 13:35.
कार्यक्रम खत्म होने पर एक स्त्री मरीसा के पास आयी और कहने लगी कि आपने अभी जो कुछ कहा उन बातों के बारे में मैं और जानना चाहती हूँ। उस स्त्री ने खुशी-खुशी मुफ्त बाइबल अध्ययन की पेशकश स्वीकार कर ली। यहोवा के साक्षी दुनिया-भर में उन लोगों के साथ बाइबल अध्ययन करते हैं, जो सच्चे दिल से बाइबल और इंसानों के लिए परमेश्वर के बेहतरीन मकसद के बारे में जानना चाहते हैं। (g10-E 11)
[पेज 32 पर तसवीर]
आठ साल की कैमिला, अपनी माँ मरीसा के साथ