आप कैसे छोड़ सकते हैं
आप कैसे छोड़ सकते हैं
जैसे साइकिल सीखने के लिए बार-बार कोशिश करनी पड़ती है, उसी तरह तंबाकू की आदत छोड़ने के लिए आपको बार-बार कोशिश करनी होगी। पहली बार में ही कामयाबी मिलना मुश्किल है। इसलिए अगर आप छोड़ने का फैसला कर चुके हैं, तो आपको तब तक कोशिश करते रहना चाहिए जब तक आपको कामयाबी नहीं मिल जाती। अगर आप कमज़ोर पड़ जाते हैं और दोबारा सिगरेट पीने लगते हैं तो हार मत मानिए। इससे सबक सीखकर फिर से कोशिश कीजिए। कोई भी अच्छा काम करने में तकलीफें तो आती ही हैं। यहाँ कुछ ऐसे सुझाव दिए हैं जिन्हें मानकर दूसरों को कामयाबी मिली है। शायद आपको भी कामयाबी मिले।
सिगरेट छोड़ने की दिमागी तौर पर तैयारी कीजिए
■ सबसे पहले आप अपने आपको यह यकीन दिलाइए कि तंबाकू पीने की आदत को छोड़ने के बहुत सारे फायदे हैं। आप इसे क्यों छोड़ना चाहते हैं इसकी एक लिस्ट बना लीजिए और सारे फायदे भी लिख लीजिए। तंबाकू छोड़ने के बाद, इस लिस्ट को पढ़ने से आपको अपने फैसले पर टिके रहने की हिम्मत मिलेगी। इसे छोड़ने की सबसे बड़ी वज़ह होनी चाहिए, परमेश्वर को खुश करने की तमन्ना। बाइबल कहती है कि हमें परमेश्वर को अपने पूरे मन, पूरे हृदय, पूरे प्राण और पूरी शक्ति से प्रेम करना चाहिए। और अगर हम यह सब करना चाहते हैं तो तंबाकू की गुलामी से हमें खुद को आज़ाद करना होगा।—मरकुस 12:30.
■ सिगरेट पीने की अपनी आदत पर आप नज़र रखिए और यह जानने की कोशिश कीजिए कि आप कब और किन हालात में सिगरेट पीते हैं। आप चाहें तो एक कागज़ पर लिख लीजिए कि आप एक दिन में सिगरेट कब और कहाँ पीते हैं। इस कागज़ की मदद से आप यह समझ पाएँगे कि सिगरेट छोड़ने के बाद किन हालात में आपको सिगरेट पीने की इच्छा हो सकती है।
छोड़ने की एक तारीख तय कीजिए
■ तंबाकू की आदत छोड़ने की एक तारीख तय कीजिए और अपने कैलेंडर पर उस तारीख पर निशान लगा लीजिए। ऐसा दिन चुनिए जब आप बहुत ज़्यादा तनाव में नहीं होंगे। जब वह दिन आता है, तब पूरी तरह, एक ही बार में तंबाकू से नाता तोड़ लीजिए।
■ तंबाकू छोड़ने के लिए आपने जो दिन तय किया है, उसके आने से पहले ही एश-ट्रे, माचिस और लाइटर फेंक दीजिए। अपने ऐसे सभी कपड़ों को धुलवाइए जिनसे तंबाकू की गंध आती है।
■ तंबाकू छोड़ने में आपकी मदद करने के लिए, अपने साथ काम करनेवालों, दोस्तों और अपने परिवार की मदद लीजिए। अगर कोई और आपके सामने सिगरेट पीता है तो उसे मना करने से मत घबराइए।
■ जिस दिन आपने सिगरेट छोड़ने का फैसला किया है उस दिन कहीं घूमने का प्रोग्राम बनाइए। आप किसी ऐसी जगह जा सकते हैं जहाँ सिगरेट पीने पर मनाही है, जैसे कि म्यूज़ियम या थिएटर। आप चाहे तो वर्जिश कर सकते हैं, तैर सकते हैं, साइकिल की सवारी कर सकते हैं या पैदल लंबी सैर करने जा सकते हैं।
आदत छोड़ने के बाद की तकलीफों से जूझना
अगर आप बहुत ज़्यादा सिगरेट पीते हैं, तो सिगरेट छोड़ने के बाद मुमकिन है कि आपको कई तकलीफों से जूझना पड़े। आखिरी सिगरेट पीने के चंद घंटों बाद ही ये तकलीफें शुरू हो जाती हैं। चिड़चिड़ापन, बेचैनी, गुस्सा, चिंता, निराशा, नींद न आना, व्याकुलता, ज़्यादा भूख लगना और सिगरेट पीने की ज़बरदस्त तलब उठना इसी की निशानियाँ हैं। आपका डॉक्टर आपको कुछ ऐसी दवाइयाँ दे सकता है जिनकी मदद से ये तकलीफें कुछ कम हो सकती हैं। इसके अलावा आप कुछ ऐसे कदम उठा सकते हैं जिससे इस लड़ाई में कामयाब होने में आपको मदद मिलेगी।
■ सिगरेट छोड़ने के बाद, पहले कुछ हफ्ते खासकर मुश्किल होंगे। इस दौरान आप कम कैलोरीवाला खाना खाइए और बहुत सारा पानी पीजिए। कुछ लोगों को कच्ची सब्ज़ियाँ जैसे कि गाजर और सॆलरी खाने से अच्छा लगता है। अगर आप वर्जिश करें, तो आपका वज़न नहीं बढ़ेगा और शरीर में पैदा होनेवाला तनाव भी कम होगा।
■ ऐसी जगहों और हालात से दूर रहिए जहाँ आपकी सिगरेट पीने की इच्छा जाग सकती है।
■ ऐसे गलत सोच-विचार से दूर रहिए जिससे आपको सिगरेट पीने की तलब हो सकती है। सिगरेट छोड़ने की तकलीफों से जूझते वक्त आम तौर पर व्यक्ति के मन में यह सब विचार आते हैं: ‘कोई बात नहीं, इस तकलीफ को काटने के लिए मैं सिर्फ आज के दिन सिगरेट पी लेता हूँ।’ ‘मुझमें सिर्फ यही तो एक बुराई है! मैं चाहूँ तो भी इसे नहीं छोड़ सकता।’ ‘तंबाकू पीना इतना भी तो खराब नहीं है; कुछ लोग जो बहुत सिगरेट पीते हैं वे 90 साल तक जीते हैं।’ ‘किसी-न-किसी चीज़ से एक दिन तो मेरी मौत होनी ही है, तो सिगरेट से ही सही।’ ‘तंबाकू के बिना ज़िंदगी का क्या मज़ा?’
■ अगर आप हार मानकर सिगरेट पीने ही वाले हैं तो थोड़ी देर रुकिए। सिर्फ दस मिनट रुकने से हो सकता है कि आपकी सिगरेट पीने की तेज़ इच्छा कम हो जाए। सिगरेट पीनेवाले को हमेशा-हमेशा के लिए सिगरेट छोड़ने का फैसला बहुत भारी लग सकता है। अगर आप भी ऐसा महसूस करते हैं तो आज के दिन सिगरेट से दूर रहने के बारे में ही सोचिए।
■ अगर आप परमेश्वर की सेवा करना चाहते हैं तो मदद पाने के लिए प्रार्थना कीजिए। हमारा प्यारा सिरजनहार “आवश्यकता के समय हमारी सहायता” कर सकता है। (इब्रानियों 4:16) खासकर जब आप परमेश्वर की इच्छा पूरी करने के लिए अपने जीवन में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं तब वह आपकी ज़रूर मदद करेगा। मगर किसी चमत्कार की उम्मीद मत कीजिए। आप अगर सिगरेट छोड़ने में मदद के लिए प्रार्थना करते हैं तो आपको उसके मुताबिक काम भी करना होगा।
सिगरेट छोड़िए और फिर उससे दूर ही रहिए
■ सिगरेट छोड़ने के बाद, पहले तीन महीने काफी तकलीफदेह होंगे। मगर तीन महीने के बाद भी जहाँ तक हो सके सिगरेट पीनेवालों से और ऐसे हालात से दूर रहें जिनमें आपको फिर से सिगरेट पीने का खिंचाव हो सकता है।
■ आपका यह सोचना बेवकूफी होगी कि सिगरेट छोड़ने के एक साल या उससे ज़्यादा समय बाद जब आप कभी-कभार सिगरेट पीते हैं तो उससे आपको दोबारा सिगरेट की लत नहीं लगेगी।
■ “सिर्फ एक सिगरेट” का लालच मत कीजिए। “सिर्फ एक” के बाद और भी आएँगी और इस तरह सिगरेट छोड़ने के लिए आपने जो भी मेहनत की वह सब मिट्टी में मिल जाएगी। लेकिन, अगर आपसे सब्र नहीं होता और आप सिगरेट पी ही लेते हैं तो आपको दूसरी पीने की कोई ज़रूरत नहीं। अगर आप दोबारा सिगरेट पी लेते हैं तो दोबारा छोड़ दीजिए।
लाखों सिगरेट पीनेवाले इस आदत को छोड़ने में कामयाब हुए हैं। अगर आप बस पक्का इरादा करें और लगे रहें तो आप भी इसे छोड़ने में कामयाब हो सकते हैं।